



रिपोर्टर – मो युसूफ खान
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खेती की शुरूआत में ही डीएपी के संकट पर छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन की नाराजगी सामने आई है। किसानों का कहना है कि आवश्यकता के अनुसार समितियों में खाद का भंडारण नहीं किया गया है। विशेष रूप से बोनी के समय जरूरी डीएपी खाद का संकट है। नाराज किसानों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के नेताओं ने दुर्ग में बैठक कर इस और प्रदेश सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है किसानों ने बताया कि डीएपी के लिए किसानों को जद्दो-जहद करना पड़ रहा है ।इससे इस खरीफ में धान के उत्पादन पर प्रभाव पड़ सकता है। किसानों ने इस बात पर चिंता जताई है कि किसानों की मजबूरी का नाजायज फायदा उठाया जा रहा है ।और धड़ल्ले से अमानक खाद किसानों को थमाया जा रहा है ।किसानों ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करें कि बाजार में किसी भी स्थिति में अमानत खाद बीज और दवा की बिक्री नहीं होना चाहिए ।बैठक में प्रमुख रूप से संतु पटेल, गिरीश दिल्लीवार ,मेघराज मड़रिया, मनोज मिश्रा ,परमानंद यादव, ढालेश साहू ,जितेश्वर साहू ,उत्तम चंद्राकर ,बाबूलाल साहू ,बद्री प्रसाद पारकर ,लोचन सिंहा,आई के वर्मा और राजकुमार गुप्त मौजूद रहे । उक्त जानकारी ढालेस साहू किसान नेता व जनपद सदस्य ने दी है।