



बालाघाट जिले में सुरक्षाबल के जवानों ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस और हॉक फोर्स ने 4 नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए नक्सलियों में 3 महिला और 1 पुरुष शामिल है। नक्सलियों के पास से इनसे ग्रेनेड लॉन्चर, एसएलआर और दूसरे हथियार बरामद किए गए हैं। इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। सूत्रों के अनुसार अभी और भी शव मिलने की संभावना है।


शनिवार पुलिस एवं नक्सली मुठभेड़ में बिठली पुलिस चौकी अंतर्गत पचामा दादर के जंगल में मुठभेड़ हुई है। जिसमें 4 नक्सली मारे गए। नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने की है। पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि चारों नक्सली जीआरबी यानी गोंदिया, राजनांदगांव, बालाघाट डिवीजन के सदस्य हैं। क्षेत्र में 25 से ज्यादा सर्चिंग पार्टियां लगी हैं और भी शव मिलने की संभावनाएं हैं।
मिशन 2026 के मद्देनजर इसे हॉक फोर्स और बालाघाट पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है। जहां लगातार एक्शन से नक्सलियों के मारे जाने के साथ ही उनके मंसूबो को नाकामयाब करने में पुलिस और फोर्स लगातार जुटी हुई है। हाल ही में नवागत पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्र ने बालाघाट एसपी का पदभार ग्रहण किया हैं। जिसमें उन्होंने मिशन 2026 को प्राथमिकता बताते हुए बालाघाट ने नक्सलवाद से उन्मूलन की बात कही थी। वहीं पद संभालने के 1 सप्ताह के भीतर ही बालाघाट पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
इससे पहले भी पुलिस चौकी डाबरी में माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग कर नक्सलियों को भगाने में सफलता प्राप्त की थी। इस मुठभेड़ में 20 से 30 राउंड फायरिंग की गई थी। सुरक्षाबल के जवान नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है और उनकी कोशिशों से पुलिस को इस मुठभेड़ में सफलता मिली है। नक्सलियों के खिलाफ जारी इस अभियान से राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को उम्मीद है कि जल्द ही इस खतरे को पूरी तरह समाप्त किया जा सकेगा।