कवि गोष्ठी के साथ दर्द भरे गीतों द्वारा लोकसंगीतकार खुमान साव को दी गईं श्रद्धांजलि, साहू मित्र सभा भिलाई नगर छात्रावास परिसर में श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन

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लोकसंगीतकार खुमान साव की स्मृति में साहू मित्र सभा भिलाई नगर के छात्रावास परिसर में श्रद्धांजलि सभा का किया गया आयोजन
आयोजन मे लोकसंगीतकार खुमान साव की स्मृति में
कवि गोष्ठी के साथ ही दर्द भरे गीतों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई ।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित क़र सरस्वती वंदना, स्वागत गीत बहनो के द्वारा की गई, लोक संगीतकार खुमान साव की 6 वीं पुण्यतिथि मनाई गई। लोक संगीतकार और खुमान साव संगीत अकादमी के संस्थापक गोविंद साव के संयोजन में आयोजित खुमान साव व्याख्यानमाला के मुख्य अतिथि श्री चंद्र कांत साहू द्वारा अध्यात्मिक दृष्टि से संगीतकार खुमान जी को श्रद्धांजलि अर्पित की, विशेष अतिथि डाँ वीणा सिंह रागी थी, कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की,
अधिवक्ता चंपा साहू अपने परिवार के बारे में संगीतकार खुमान साव की संबंध में बहुत सुंदर चर्चा की ,संरक्षक श्री फूलचंद साहू जी ने कहा की संगीतकार खुमान साव के साथ में हमेशा साथ-साथ रहा, हम वे हमेशा सबका सम्मान करते थे, वे छत्तीसगढ़ के भीष्म पितामह थे, अंजू साहू उड़ान की अध्यक्ष ने भी अपनी कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की । उन्होंने कहा कि खुमान साव ने छत्तीसगढ़ी लोक संगीत को एक नई दिशा दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ की माटी का मान पूरे भारतवर्ष में बढ़ाया। खुमान संगीत अकादमी की अध्यक्ष सीमा साहू ने कहा कि खुमान साव बहुत ही अनुशासनप्रिय शख्स थे।वे बाहर से कठोर दिखते थे पर अंदर से बहुत नरम थे। कलाकारों की भुल को भी वे इस तरह से बताते थे कि उनको गलती का अहसास हो जाये और बुरा भी न लगे। उन्होंने संगीत साधना से छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति की खुशबू को बिखेरने में महती योगदान दिया। खुमान अकैडमी के महासचिव नोमिन साहू ने कहा कि बचपन में मैंने महान संगीतकार खुमान चाचा जी को मिली थी ,और उन्होंने कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की उन्होंने-” कहा कि खुमान साव जी कला के पारखी थे।’ उन्होंने छत्तीसगढ़ी लोक संगीत में अपनी मौलिकता से परचम लहराया। खुमान संगीत अकादमी की कार्यालय सचिव ने श्रीमती हेमा साहू”ने कहा कि मैं पहले खुमान साहू जी ,को नहीं जानती थी लेकिन जब वे सेक्टर 1 वन में सांस्कृतिक कार्यक्रम मे आए थे तो उनसे काफी प्रभावित हुई तब मुझे ज्ञात हुआ कि वह बहुत बड़े संगीतकार कलाकार है ।कविता साहू खुमान संगीत अकादमी की कोषाध्यक्ष ने कहा की, मेरा जन्म खुरसीटिकुल मे हुआ वे मेरे नाना जी थे, उनके सानिध्य मे रहकर खुमान संगीत अकादमी के संस्थापक गोविंद भैया मेरे भाई है ,मेरे नाना जी खुमानसाव से भैया जी ने अपने संगीत साधना पूर्ण की
छत्तीसगढ़ के समस्त कलाकारों के साथ सांस्कृतिक मंच में उन्होंने अपना बैंजो के माध्यम से देश-विदेश में अपना नाम रोशन किया । हम सबके लिए बहुत ही गौरव की बात है। वे एक बेजोड़ संगीतकार है। साहित्य खुमान साव ने सैकड़ों कलाकारों की प्रतिभा को तराश कर उन्हें लोकप्रियता की बुलंदियों तक पहुंचाया। नाचा के पितामह मंदराजी दाऊ और चंदैनी गोंदा के सर्जक दाऊ रामचंद्र देशमुख के साथ काम किया मंच संचालक सीमा साहू ने की। ‌ । इस अवसर पर कर्मा स्कूल सुपेला के प्रधान अध्यापक हरख राम ,जिला के अध्यक्ष हरि द्वारिका साहू जी कर्मा सेवा समिति के अध्यक्ष धनसाय साहू एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे, उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्रद्धांजलि सभा में समाजसेवी पत्रकार बहुसंख्या में उपस्थित थे, आभार व्यक्त खुमान साव संगीत अकादमी के संरक्षक श्री फूलचंद साहू जी ने किया श्रीमती नोमिन साहू पार्षद सेक्टर 1 ने श्रद्धांजलि सभा की जानकारी दी। सभा का समापन राजगीत से किया गया।

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