



मुआवजा के लिए संघर्ष कर रहे है किसानों के साथ अपराधी जैसा- बर्ताव


भारतमाला परियोजना के लिए अधिकृत जमीन की भू स्वामियों द्वारा मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलनरत किसानों को जिला प्रशासन व ठेकेदारों के मिलीभगत से अपराधी जैसे बर्ताव करते हुए पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करना जिला प्रशासन व ठेकेदारों की दादागिरी व निर्दयता को दर्शाता है।
आंदोलनरत किसान बालमुकुंद तिवारी के ऊपर ट्रक में भरा मुरूम पलटना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है।
*जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारी व ठेकेदारों के ऊपर एफआईआर दर्ज किया जाए*
उक्त मामले पर किसान बालमुकुंद तिवारी के ऊपर ट्रक में भरे मुरूम पलटे जाने की स्थिति में जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारी व निर्माण एजेंसी के ठेकेदारों के ऊपर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
*बातचीत का रास्ता तैयार हो*
भारतमाला परियोजना में प्रभावित किसानों की मांगों को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन बातचीत की रास्ता तैयार किया जाना चाहिए, व उनकी शिकायतों व मांगों को ध्यान में रख कर मुआवजा वितरण प्रणाली में सुधार किया जाना चाहिए।