166 पुरुष और 36 महिला बंदियों ने नौ दिनों का रखा उपवास

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दुर्ग, 25 अप्रैल 2025/ नवरात्रि के पावन अवसर पर जिले की केंद्रीय जेल पूरी तरह भक्तिमय हो गई। मां दुर्गा की आराधना में लीन यहां के 166 पुरुष और 36 महिला बंदियों ने पूरे नौ दिनों का उपवास रखा, जबकि 68 अन्य बंदियों ने पहले दिन, पंचमी और नवमी का उपवास किया। जेल परिसर में धार्मिक आयोजन किए गए, जहां जस गीतों की गूंज और प्रज्वलित ज्योत-जवारे से माहौल आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। बंदियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए तथा धार्मिक आस्था के सम्मान में प्रशासन ने खास इंतजाम किए। उपवास रखने वाले बंदियों को पौष्टिक फलाहार उपलब्ध कराया गया, ताकि उनकी सेहत पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। जेल अधीक्षक मनीष संभाकर ने बताया कि उपवास करने वाले सभी बंदियों का मेडिकल चेकअप किया गया। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी सेहत की निगरानी कर रही थी और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई। पूजा-अर्चना के लिए जेल प्रशासन ने विशेष स्थान निर्धारित किया गया। पूजा के लिए सभी आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध कराई गई। इस आयोजन से सकारात्मकता और आत्मचिंतन को बढ़ावा मिला। जेल प्रशासन का मानना है कि इस तरह के धार्मिक आयोजन बंदियों को मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियां सुधार प्रक्रिया में सहायक होती हैं। जेल में इस तरह के आयोजनों से बंदियों के आचरण में सुधार आने की संभावना बढ़ जाती है। जेल प्रशासन की यह पहल न केवल बंदियों के सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह उन्हें समाज में पुनः सम्मिलित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

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