



वन विभाग के अधिकारियो के गैरहाजिरी का फायदा अब लकड़ी दलाल बेखौफ होकर उठा रहे हैँ. आपको बता दे की होली त्यौहार के बाद से पाटन अंचल के अंदरूनी इलाकों मे कौहा लकड़ी की कटाई , ढूलाई धड़ल्ले से चल रहा हैँ. ये लोग इतने चालाकि व सिस्टम के साथ ट्रेक्टर मे लोड कर लाते हैँ की किसी को पता ही नहीं चलता और मुकाम तक पहुंच जाता हैँ.
किसी को जानकारी हो जाये और संबंधित अधिकारी से शिकायत करने पर शाम, रात होने की बहाने बनाते नजर आते हैँ. पाटन मे वन विभाग का आफिस, डिपो तो हैँ लेकिन कार्यवाही करने वाले अधिकारी नदारत रहते हैँ. कब आते हैँ, जाते हैँ. किसी को मालूम नहीं. पूछने पर आफिस नहीं आया हैँ जवाब मिलता हैँ. इन अधिकारियो के इस लापरवाही के कारण कार्यवाही शून्य हैँ. व हरे भरे पेड़ो की कटाई बेखौफ तरिके से चालू हैँ. ,
इस संबंध मे रेंजर व फारेस्ट गार्ड से फोन पर
सम्पर्क करना चाहा लेकिन फोन रिसीव नहीं किया गया.