महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत परियोजना दुर्ग ग्रामीण द्वारा “पोषण भी पढ़ाई भी “विषय पर दुर्ग ग्रामीण की 221 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

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मो युसूफ खान वरिष्ठ पत्रकार
Ⓜ️ 9179799491

दुर्ग // प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कार्यक्रम अधिकारी आर के जामुलकर एवं जिला महिला और बाल विकास अधिकारी अजय साहू द्वारा किया गया । परियोजना अधिकारी श्रीमती उषा झा ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नवीनतम शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विकसित पाठ्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देना है। उन्होंने बताया कि 0 से 3 वर्ष के बच्चों के लिए प्रारंभिक प्रोत्साहन नव चेतना पाठ्यक्रम लागू किया गया । 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्रारंभिक शिशु देखभाल एवं शिक्षा के तहत आधारशिला पाठ्यक्रम को अपनाया गया है ।प्रशिक्षण के प्रथम दिन कार्यकर्ताओं को पढ़ाई शिक्षण अधिगम के सिद्धांत शिक्षण अधिगम सहायकों का महत्व शैक्षिक सामग्री बच्चों के लिए दिनचर्या की योजना बनाना इस विषय पर मास्टर ट्रेनर पर्यवेक्षक के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। बच्चों के सामाजिक, शारीरिक, भाषा संज्ञानात्मक, एवं भावनात्मक विकास के बारे में ईसीसीई के दुर्ग जिला के नोडल योगेश चंद्राकर द्वारा कार्यकर्ताओं की समझ बनाई गई। नई शिक्षा नीति 2020 एवं श्रेष्ठ पालकत्व विषय पर समग्र शिक्षा के सहायक कार्यक्रम समन्वयक विवेक शर्मा द्वारा बहुत ही उपयोगी जानकारी प्रभावी तरीके से दी गई ।
प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में स्वास्थ्य विभाग से उपस्थित ए एन एम द्वारा बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य विषय में बताया गया। सूक्ष्म पोषक तत्व उनके उपयोग व उनकी कमी से होने वाले रोगों के बारे में कृषि विकास केंद्र अंजोरा की वैज्ञानिक डॉक्टर निशा शर्मा द्वारा जानकारी दी गई। सैम मेम की पहचान, कुपोषण के प्रभाव, और 1000 दिनों पर चर्चा विषय पर मास्टर ट्रेनर पर्यवेक्षक द्वारा जानकारी दी गई । बच्चों के लिए पोषण v संतुलित आहार, भोजन की विविधता विषय पर जानकारी दी गई।
तृतीय दिवस में दिव्यांग बच्चों के समावेशन एवं कुपोषण मुक्ति हेतु समुदाय के सहयोग पर बातचीत हुई।
इसके अलावा रक्षा टीम द्वारा बच्चों की सुरक्षा के बारे में बताया गया, आयुर्वेदिक डॉक्टर डॉ श्रद्धा द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और सुपोषण एवं खानपान विषय पर जानकारी दी गई, प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुर्ग ग्रामीण की समस्त मास्टर ट्रेनर पर्यवेक्षक उपस्थित रही, कार्यक्रम के अंत में परियोजना अधिकारी श्रीमती उषा झा ने अपने समापन उद्बोधन में कार्यकर्ताओं से चर्चा कर अपने कार्यक्षेत्र में लागू कर प्रशिक्षण के उद्देश्य को सार्थक बनाने का आह्वान किया है।

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