26 फ़रवरी से आरंभ अंतरराज्यीय युवा आदान प्रदान कार्यक्रम का समापन आज, युवा आदान प्रदान कार्यक्रम देश की संस्कृति को जोड़ने में सहायक – गजेंद्र यादव

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दुर्ग –

अंतरराज्यीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का उद्घाटन चोपड़ा पैलेश, दुर्ग में मंगलवार को किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गोवा के युवाओं को छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपराओं और विकास गतिविधियों से जोड़ना है, जिससे राष्ट्रीय एकता और समरसता को बढ़ावा दिया जा सके। इसका आयोजन युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की स्वायत्त संस्था नेहरु युवा केंद्र दुर्ग के द्वारा किया जा रहा है। इस अवसर पर दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव, दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल एवं नेहरू युवा संगठन छग राज्य निदेशक अतुल निकम युवाओं से मिलने पहुंचे थे।नेहरू युवा केंद्र दुर्ग के जिला युवा अधिकारी नितिन शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम दिनाँक 26 फरवरी से 2 मार्च तक चोपड़ा पैलेस दुर्ग में आयोजित है जिसमें पांच दिनों तक शैक्षणिक सत्र, कार्यशाला, खेल और क्षेत्र भ्रमण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। अभी तक इन्हें गुरुघासीदास संग्रहालय रायपुर, पुरखौती मुक्तांगन, मैत्री बाघ सहित आसपास के पर्यटन एवं दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया जा चुका है ।साथ ही छग की संस्कृति के विषय पर शिक्षक एवं पीएसडी स्कॉलर नरोत्तम साहू, सामुदायिक विकास विषय पर आदित्य भारद्वाज, व्यक्तित्व निर्माण विषय पर जितेंद्र सोनी, साइबर क्राइम जागरूकता के लिए सायबर पोलिस थाना दुर्ग के सीनियर सब इंस्पेक्टर डॉ संकल्प रॉय सहित अन्य वक्ताओं ने युवाओं को संबोधित किया। योगगुरु मृदुल निर्मल प्रतिदिन युवाओ को योगाभ्यास एवं यादवेंद्र साहू ने माइंड एवं रचनात्मक खेलों का अभ्यास करा रहे हैं।विधायक गजेंद्र यादव ने युवाओं के साथ चर्चा करते हुए कहा भारत सरकार द्वारा आयोजित अन्तर्राज्जीय युवा आदान प्रदान कार्यक्रम युवाओं को नए अनुभवों से परिचित कराएगी और उन्हें शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं व्यावसायिक अवसरों की जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगी। साथ ही युवाओं को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।सांसद विजय बघेल ने कार्यक्रम की प्रसंशा करते हुए कहा युवा ही प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत की संकल्पना को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं इसलिए वे एनवाईके से लगातार जुड़कर युवाओं से संवाद करते हैं। उन्होंने कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा हम युवाओं को एक सकारात्मक दृष्टिकोण देकर उन्हें राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया भारत की संस्कृति अत्यंत समृद्ध और संपन्न है जिसे युवा पीढ़ी ही संरक्षित एवं संवर्धित कर सकती है। इसके लिए युवाओं को पूरी ईमानदारी से सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है।कार्यक्रम को सफल बनाने में एपीए आरती मिश्रा, आकांक्षा गोंडाने, ललेश्वरी साहू, गायत्री निषाद, हितेश, निमिष, गौरव, योगेश सहित शौर्य युवा संगठन कोड़िया, कर्मवीर युवा संगठन कातरो, छग युवा जनकल्याण संगठन हनोदा, जीविका स्वसहायता समूह बोरसी का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।

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