



नगर पंचायत पाटन में इस बार चुनावी मैदान में कांग्रेस व भाजपा दोनों पार्टी को सही प्रत्याशी चयन करने एड़ी चोटी एक करनी पड़ रही है. चुनावी समर में कूदने प्रत्याशी नहीं मिल रहे है. बात करे भाजपा पार्टी क़ी तो नगर पंचायत पाटन के प्रथम व द्वितीय वार्ड 01 और 02में भाजपा ने अपने प्रभारी नियुक्ति कर प्रत्याशी चयन करने बैठक के माध्यम से भेजे थे. वंही बैठकों में वार्ड वासियों व कार्यकर्त्ता के द्वारा प्रत्याशी चयन के नामों पर भारी विरोध प्रदर्शन किया गया , तथा बैठक में उपस्थित जनसमुदाय, पार्टी कार्यकर्ताओ के बिच जमकर बहस हुई जिसमे पार्टी के कार्यक्रम, बैठकों, व अन्य कार्यक्रम सहित सक्रिय कार्यकर्ता को ही टिकट देने क़ी मांग क़ी गईं, तथा पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्त्तओ ने बूथ अध्यक्ष व कुछ कार्यकर्त्ता पर व्यक्तिगत लाभ पहुंचने को लेकर पार्टी से बाहर के व्यक्ति को टिकट दिलाने क़ी बात सहमतिपर विरोध दर्ज किया, आपको बता दे क़ी पूर्व में भी इसी तरह से वार्ड के कार्यकर्ताओ व निवासियों ने गलत निर्णय पर विरोध प्रकट किया था लेकिन जनमत के अनुरोध को नजरन्दाज किया गया जिससे भाजपा को वार्ड से हाथ धोना पड़ा, यही चर्चा आज पुनः वार्ड 01तथा 02में चल रही है क़ी जो लोग कभी कभी पार्टी के कार्यक्रम व अन्य आयोजन के आलावा पार्टी का सदस्य नहीं ऐसे व्यक्ति, महिला /पुरुष को टिकट देने में लगे है, वार्ड वासियो व पार्टी के कार्यकर्ताओ ने चुनाव प्रभरी सहित बूथ अध्यक्ष पर पार्टी के कार्यकर्ताओ क़ी उपेक्षा का आरोप लगा रहे है. कार्यकर्ताओ का कहना है क़ी जो पार्टी के प्रति समर्पित हो, उसका झंडा उठाय ही, व पार्टी को आदर्श मानता हो उसे पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित करे तो स्वीकार है. प्राप्त सूत्रों के अनुसार इसबार अगर भाजपा सक्रिय व समर्थित कार्यकर्त्ता को टिकट नहीं देती है तो इस बार भाजपा को वार्ड से अपना प्रत्याशी को चुनावी समर में पराजय देखना पड़ सकता है. नगर में चर्चा के अनुसार भाजपा इसबार बूथ अध्यक्ष व उनके नजदीकी को लाभ देने के अनुसार निर्णय लेने क़ी चर्चा हो रही है. प्राप्त सूत्रों के अनुसार भाजपा इसबार नए व्यक्ति को टिकट दे रही है जो कभी पार्टी के कार्यक्रम, बैठक व अन्य आयोजनों में शामिल तो दूर कभी भाजपा को जानते नहीं समझते नहीं. न भाजपा के सदस्य है उस पर भाजपा दाव लगा रहे है. ये बात पुरे नगर वार्ड में आग सी फ़ैल रही है . अब देखना यह है क़ी भाजपा अपने सक्रिय कार्यकर्ताओ को छोड़कर नए को मौका देकर क्या वार्ड पर विजय हासिल करने में कामयाबी हासिल कर पायेगा या कार्यकर्त्ताओ क़ी नराजगी झेलकर पराजय को देखने क़ी, लोगो के अनुसार पार्टी अगर गलत निर्णय लेती है कार्यकर्ताओ क़ी उपेक्षा कर गलत टिकट करती है तो परिणाम पार्टी को ही देखना है. अब देखना है क़ी पार्टी अपने सक्रिय कार्यकर्ता पर दांव लगाती है या नए अपरिचित पर