सफलता की कहानी, कृषक उन्नति योजना- महिला किसान कीर्ति तापस ने खेती में किया नवाचार, किसानों के लिए नई दिशा

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दुर्ग। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई कृषक उन्नति योजना ने राज्य के किसानों के जीवन में नई क्रांति ला दी है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए यह योजना एक वरदान साबित हो रही है, जो कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बढ़ रही हैं। इस योजना के तहत किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान की खरीदी का लाभ मिल रहा है, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। राज्य के चंद्रखुरी गांव की श्रीमती कीर्ति तापस इस योजना के तहत सफलता की नई मिसाल पेश कर रही हैं। महिला किसान कीर्ति तापस ने पहले सब्जी और केले की खेती की थी, लेकिन इसमें लागत ज्यादा और मुनाफा कम था। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदने की योजना शुरू करने के बाद उन्होंने धान की खेती शुरू की, जो अब उन्हें ज्यादा लाभ दे रही है। कीर्ति तापस 7 एकड़ में धान की खेती करती हैं और उनका कहना है कि धान की खेती में मेहनत और लागत बहुत कम है, जबकि मुनाफा दोगुना है। इस बार उनकी खेती से उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ है, जिसे वह अपनी स्थिति को और सशक्त और व्यवस्थित करने के लिए उपयोग करेंगी। उनका लक्ष्य खेती में नवाचार करके और अधिक उन्नति प्राप्त करना है।
कृषक उन्नति योजना के तहत खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में राज्य के 24.72 लाख किसानों से 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसके एवज में किसानों को 31,914 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इस योजना के जरिए न केवल धान की खेती को प्रोत्साहन मिला है, बल्कि सब्जी और अन्य फसलों के किसानों को भी धान की ओर आकर्षित किया गया है। कृषक उन्नति योजना ने महिलाओं को कृषि क्षेत्र में एक नई दिशा दी है। कीर्ति तापस जैसे उदाहरण यह सिद्ध करते हैं कि सही मार्गदर्शन और संसाधनों के साथ महिलाएं कृषि क्षेत्र में भी सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकती हैं। कृषक उन्नति योजना के जरिए छत्तीसगढ़ राज्य के कृषि क्षेत्र में एक नया मोड़ आया है। यह योजना किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद कर रही है। श्रीमती कीर्ति तापस जैसी किसान महिलाओं की सफलता से यह साफ है कि जब महिलाएं और पुरुष समान रूप से कृषि में योगदान देते हैं, तो राज्य की उन्नति की दिशा स्पष्ट होती है।

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