



छत्तीसगढ़ के दुर्ग और भिलाई में ठंड ने अचानक रफ्तार पकड़ ली है। बीते कुछ दिनों में मौसम में बड़ा बदलाव देखा गया है। दुर्ग का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है, जो सामान्य से लगभग 6 डिग्री कम है। दिन का अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री दर्ज किया गया है, लेकिन दिन और रात के तापमान में भारी अंतर से लोग दिन में हल्की धूप का आनंद लेने के बाद शाम होते ही ठंड से जूझ रहे हैं।
सुबह का कोहरा और रात की कंपकंपाती ठंड
सुबह के समय घना कोहरा छाने से दृश्यता कम हो रही है, जिससे लोगों का सुबह-सुबह बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। ठंड के कारण बाजारों और घरों में अलाव जलते हुए नजर आ रहे हैं। रात के समय गर्म कपड़ों और रजाईयों का सहारा लेना लोगों की मजबूरी बन गया है।
भिलाई में अनोखी स्थिति: एक शहर, दो तरह की ठंड
भिलाई में दिलचस्प नजारा देखने को मिल रहा है। एक ही शहर में तापमान में भिन्नता महसूस की जा रही है। वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में भिलाई नगर की तुलना में ठंड ज्यादा है। सुपेला रेलवे ट्रैक से टाउनशिप की ओर बढ़ते समय ठंड का एहसास अधिक होता है, जबकि आकाशगंगा की तरफ आते हुए ठंड थोड़ी कम महसूस होती है। यह भौगोलिक और शहरी संरचना का प्रभाव माना जा रहा है।
उत्तरी छत्तीसगढ़ में बढ़ी ठंड
उत्तरी छत्तीसगढ़ के मैनपाट और सामरी पाठ जैसे पठारी इलाकों में ठंड ने कंपकंपा दिया है। इन क्षेत्रों में तापमान 6 से 7 डिग्री के करीब पहुंच गया है। कोहरे और सर्द हवाओं ने यहां के जनजीवन को प्रभावित कर दिया है।
लोगों की प्रतिक्रिया और तैयारियां
स्थानीय लोग अब ठंड से बचने के लिए अलाव जलाने, गर्म कपड़े पहनने और घरों में गर्म खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ा रहे हैं। स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों और कामकाजी लोगों को सुबह की सर्दी से ज्यादा परेशानी हो रही है।
दुर्ग-भिलाई और आसपास के इलाकों में ठंड ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में तापमान और गिरने की संभावना जताई है। इस बदलते मौसम के बीच, लोगों को सावधानी बरतते हुए ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है।