



भिलाई, शुक्रवार को सेक्टर 6 भिलाई के जुबली पार्क में उरांव (सरना) आदिवासी समाज की ओर से बिरसा मुंडा के तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उनकी जयंती मनाई गई। मौके पर वक्ताओं ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड राज्य के उलिहातु गांव में हुआ था। वह आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले प्रमुख नेता थे। उनका जीवन आदिवासी समाज का उत्पीड़न व कठिनाइयों के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक है। आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए 1899 से 1900 तक अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान (विद्रोह) चलाया गया। वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति रहे।
उरांव आदिवासी समाज भिलाई के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के साहस दृढ़ता और समाज हित की भावना योगदान को याद करते हुऐ उनके आदशों को अपने जीवन में अमल करने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष श्रीमती नीलिमा भगत सह सचिव फुलवती भगत कोषाध्यक्ष निर्मला भगत सहित समाज के राजेश्वर मागत, सुशील भगत, नवीन, रामधनी भनकुवारी, धनपति, जनीना बबीता, उर्मिला अमृता, अभिलाषा उषा भगत उपस्थित रहे।