कृषि महाविद्यालय मर्रा के छात्रों ने मटंग के किसानों कों विस्तार से बताये मित्र कीट के फायदे

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पाटन, भारत रत्न संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र मर्रा के बीएससी कृषि चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा अधिष्ठाता डॉ. अजय वर्मा के मार्गदर्शन एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. रेवेन्द्र कुमार साहू के नेतृत्व में रावे/ रेडी कार्यक्रम 2024- 25 का उन्मुखीकरण कार्यक्रम चयनित ग्राम मटंग में संचालित है!
विदित हो सहायक प्रध्यापक डॉ. नियती पाण्डेय ने किसानों को बताया की ऐसे कीट भी होते है जो किसान के मित्र कीट होते है, जिसे कीट परभक्षी कहते है, जो फ़सल कों नुकसान पहुंचाने वाले कीट को खाते है! इसके अलावा प्रकाश प्रपंच, चिपचिपा प्रपंच के बारे में बताया!नई तकनीको तथा प्राकृतिक तरीको को अपनाकार किसान पर्यावरण को संतुलन बना सकते है!
इस दौरान रावे के छात्रों ने कीटनाशक बनाने की विधि एवं महत्व को बताया!
गाँव के घनश्याम पटेल के बाड़ी में जाकर मिर्ची तथा लहसुन का घोल बनाकर सब्जीयों में छिड़काव किया! जिससे होने वाले कीट के प्रकोप पर नियंत्रण पाये जा सकता है!
इस अवसर पर होमलाल वर्मा,संतोष साहू,सियाराम यादव, कुमार निर्मलकर, बिसंतीन हिरवानी , सुशीला साहू,गोदावरी चंद्राकर व छात्र-छात्राएं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे!

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